ख़ुश्बू, ख़्वाब, ख़बर, या ख़त हो, कुछ तो रखकर भेज मुसाफ़िर। अब तक काली रात रही है, सुबह हुई पट खोल मुसाफ़िर।। Smell, dream, news, or a letter, Send something o’ traveler. It has been a dark night so far, Open the door it’s morning already.
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जो चौखट लाँघ परिंदा
उन तस्वीरों में कुछ रंग शायद बाक़ी-सा है
चल आज वहाँ हम जंग करें ।
बड़ा अडिग है
बड़ा अडिग है, भिमकायसीने पर साँप सा भारी,खोने की खाँचों में बैठा,एक ख़ाक बड़ा अभिमानी,वो सत में एक झूठ सा बैठा,झुठों में सतज्ञानि । आँखों से ओझल रहता है,पर दिमाग़ पर भाड़ी,सभी शब्दों में छिपा है जैसे,तेल पर तैरता पानी । जो कंकर को मोती कर दे,करुणा, प्रेम की छाया,जो हम-तुम को दूषित कर दे,द्वेष,… Continue reading बड़ा अडिग है
Poem Excerpts : यादें तेरी लाया हूँ ।
राहों के सुखे फूल सही,मैं तेरे लिए ही लाया हूँ । कुछ भूली बिसरी याद वही,मैं सब चुन चुन कर लाया हूँ । बीतें हर साल जो मिनटों -से,उनकी हर रात को लाया हूँ । सावन के झूलों की रस्सियां,डब्बे में भर कर लाया हूँ । नन्हे पावों की तेरी चप्पलें,मैं बढ़ते क्रम में लाया… Continue reading Poem Excerpts : यादें तेरी लाया हूँ ।
क़िस्मत के तराने
कितने दूर है, न जाने कहाँ है, मेरी क़िस्मत के तराने, किस गफ़लत में गुम है । न कोई आस, न उम्मीद में है, वो दूर कहीं ख़ुद ख़ाक में गुम है । एक प्यास जो इधर लिए बैठा हूँ, जिस तड़प में मन हिरण बन फिरता है । क्यूँ रात भी… Continue reading क़िस्मत के तराने